Hi Friends,

Even as I launch this today ( my 80th Birthday ), I realize that there is yet so much to say and do. There is just no time to look back, no time to wonder,"Will anyone read these pages?"

With regards,
Hemen Parekh
27 June 2013

Now as I approach my 90th birthday ( 27 June 2023 ) , I invite you to visit my Digital Avatar ( www.hemenparekh.ai ) – and continue chatting with me , even when I am no more here physically

Wednesday, 12 September 2018

MY poem about Awarpur Cement Plant


Here it is :

आओ , पकडलो हाथ



आवारपुर उठो ,
अभी तो बहुत लम्बी सफर बाकी हैं 
क्यूंकि 
अभी भी तुम्हारी छावं में 
बैलो की जगह खेत में ,
बच्चे जूते जाते हैं !
तुम महान हो ,
तुम्हारे कंधो पर 
देश की जिम्मेवारी हैं !
तुम्हे देखना है की 
तुम्हारे पुर्जे कभी बंध हो पावे ,
तुम्हारी मशीने 
कभी सो जावे !
मगर इन ऊंचाईओ से 
जिसके कंधे पर तुम खड़े हो ,
उनकी आवाज़ भी तो सुननी है !
तुम्हारी छाव में अभी भी ,
कई माँ  
बच्चे को रोटी के बदले 
कहानी सूना के सूला देती है !
तुम्हे अभी 
लम्बी सफर तय करनी है !
आओ , पकडलो हाथ 
बिना जिनके साथ ,
तुम अकेले चल नहीं पाओंगे ;
तुम्हारे जो हमसफ़र है 
उन्हें छोड़के 
क्या आगे बढ़ पाओंगे ?
सुनहरी कल के सपने 
देखने वालो , हम सब है ;
रात भर सोनेवाले भी 
हम सब है ;
उठो , भयी भोर 
और चल दो 
इक नयी क्षितिज की और !
---------------------------------------------------
05 March 1986 / #
www.hemenparekh.in / Poems ( hindi )


From: Hemen Parekh [mailto:hcp@recruitguru.com]
Sent: Wednesday, September 5, 2018 4:32 PM
To: 'inder@gmail.com'; 'wjn_danait'; 'cmsrivastava5'; 'Vivek Mehta'; 'krsanghavi@vsnl.net'; 'Suniti Desai'; 'GLADYS VAZ'; 'cynthia'; 'A M DESHMUKH 9821014352'; 'raomvn@ymail.com'; 'VKM Vijay K Mahajan Mo•'; 'Sanjay Karnik'; 'L&T G K Apte'; 'Mohan Madiman'; 'Santosh Tiwari'
Cc: 'Indrajit Sethi'
Subject: Food for Thought

Dear friends,


Following blogs might interest you :









with regards,

hcp

No comments:

Post a Comment