Hi Friends,

Even as I launch this today ( my 80th Birthday ), I realize that there is yet so much to say and do. There is just no time to look back, no time to wonder,"Will anyone read these pages?"

With regards,
Hemen Parekh
27 June 2013

Now as I approach my 90th birthday ( 27 June 2023 ) , I invite you to visit my Digital Avatar ( www.hemenparekh.ai ) – and continue chatting with me , even when I am no more here physically

Sunday 1 May 2016

HELLO , GOOD MORNING


Dear Friends,

As Inder pointed out , it felt nice catching up with most of you yesterday

To illustrate the " Tube Light " effect ( beer yesterday : inspiration today ) , read the following :

-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

फिर मुझे दोष ना देना !

 

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

 

'गर तुम गाना बंध  करो तो
मैं लिखना बंध करू ;

फिर मुझे ना दोष देना ,

क्यूं की
आसमान ज़ूक जाएगा
नदिया के पानी रुक जायेगा

'
गर  बहारे उलझ गई तो
मुझे दोष ना देना  !

मई के ये पहले दिन
तुम्हारी पलक के निचे ,

छाँव
कड़ी धुप में बदल गई
तो मुझे दोष ना देना  !

'
गर तुम बन्ध  करोगे गाना
तो
क्या आंसू रुक जायेगे  ?

बरस ना छोड़ कर
क्या
बादलों तरस जायेंगे  ?

मैं लिखना बंध करू तो
तुम्हारे पायल की जंकार
ज़माना सून पाएगा ,

मुझे फिर दोष ना देना  ;

करू जो बंध लिखना
तो परिंदे भी
उड़ पाएंगे ,

घोशले में
पाँखें  सिमट कर
तुम्हारा नाम भी
ना ले पाएंगे  !


मई के ये पहले दिन ,
गुल्मोर के  गुल लाल ,
खिलने से पहेले ही
मुरजाएगे  !

फिर मुझे दोष ना देना  !

-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------

www.hemenparekh.in > Poems ( Hindi )

01  May  2016


hemen  parekh


Marol , Mumbai , India


( M ) +91 - 98,67,55,08,08


No comments:

Post a Comment